WT20 वर्ल्ड कप: इस एहसास से परेशान हैं हरमनप्रीत कौर, फिर भी हौसले बुलंद; कप्तान का दावेदारी पर धांसू बयान
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हरमनप्रीत कौर लंबे समय से खिताब के करीब पहुंचकर चूकने के एहसास से परेशान हैं लेकिन भारतीय कप्तान को लगता है कि उनकी टीम ने तीन से 20 अक्टूबर तक यूएई में होने वाले महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में खिताब जीतने की दावेदारी पेश करने के लिए अच्छी तैयारी की है। वर्ष 2009 में टूर्नामेंट की शुरुआत के बाद से भारत केवल एक बार 2020 में फाइनल में पहुंचने में सफल रहा है और तब वे ऑस्ट्रेलिया से हार गए थे। भारत 2017 में महिला एकदिवसीय विश्व कप फाइनल भी खेला और वहां भी उप विजेता रहा। हरमनप्रीत दोनों टीमों का हिस्सा रहीं और उन्होंने 2020 टी20 विश्व कप में टीम का नेतृत्व भी किया था।
'हमारी सभी विभागों में अच्छी तैयारी'
टी20 विश्व कप के लिए रवाना होने से पहले हरनमप्रीत ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा, ‘‘यह सर्वश्रेष्ठ टीम है जिसके साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। खिलाड़ी लंबे समय से एकसाथ खेल रहे हैं। हम पिछली बार इतने करीब आ गए थे और सेमीफाइनल (2023) में हार गए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सभी विभागों में तैयारी काफी अच्छी है।’’ जुलाई के अंत में एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद से भारतीय टीम को खेलने का मौका नहीं मिला है। टीम ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में एक व्यापक तैयारी शिविर में हिस्सा लिया जहां खिलाड़ियों ने फिटनेस और क्षेत्ररक्षण में बहुत समय बिताया। ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां टीम अतीत में कमज़ोर रही है।
'19 साल की उम्र जितना उत्साह है'
प्रेस कान्फ्रेंस में मुख्य कोच अमोल मजूमदार और मुख्य चयनकर्ता नीतू डेविड भी मौजूद थे। अब तक सभी टी20 विश्व कप में खेलने वाली हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘एशिया कप के दौरान हमने अच्छी क्रिकेट खेली, एक दिन चीजें योजना के अनुसार नहीं हुईं।’’ हरमनप्रीत ने अपने लगभग डेढ़ दशक के करियर में कई वैश्विक प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया लेकिन उन्हें लगता है कि वह अब भी अपनी पहली विश्व चैंपियनशिप की तरह ही उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता है कि मैंने कई विश्व कप खेले हैं लेकिन मेरे अंदर उतना ही उत्साह है जितना 19 साल की उम्र में था।’’
'हमने कुछ चीजों की पहचान की'
हरमनप्रीत की टीम को मुख्य चुनौती इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से मिलेगी जिन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में भी आईसीसी प्रतियोगिताओं में भारत को हराने का तरीका ढूंढ लिया है। मुख्य कोच मजूमदार में बेंगलुरू में ट्रेनिंग शिविर पर अधिक प्रकाश डाला। मजूमदार ने कहा, ‘‘हमने कुछ चीजों की पहचान की (श्रीलंका से हार के बाद) और हमने अगले शिविर में इन पर काम किया। हमने पहले फिटनेस और क्षेत्ररक्षण शिविर लगाया। फिर हमने 10 दिन का कौशल शिविर लगाया। हमने एक खेल मनोवैज्ञानिक (मुग्धा बावरे) को भी बुलाया। वह टीम के साथ शानदार रहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने एथलेटिक क्षमता, ऑलराउंड क्षेत्ररक्षण क्षमताओं को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया, योग सत्र और मनोवैज्ञानिक सत्र भी जोड़े गए।’’
'नंबर तीन दिशा तय करता है'
मैच नहीं खेलने के बारे में उन्होंने कहा, ''हम हर चीज के लिए तैयार हैं। कौशल शिविर में हमने 10 दिन में नेट पर तैयारी के साथ पांच मैच खेले। जहां तक तैयारी का सवाल है, हमने अच्छी तैयारी की है।’’ उन्होंने बल्लेबाजी विभाग में भी आत्मविश्वास दिखाया जिसमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी ताकत नहीं है। मजूमदार ने कहा, ‘‘हमारे शीर्ष छह बल्लेबाज सर्वश्रेष्ठ हैं। उनकी शैली अलग है। हमने नंबर तीन की पहचान कर ली है लेकिन हम इसका खुलासा तब करेंगे जब एकादश की घोषणा की जाएगी। टी20 में नंबर तीन का बल्लेबाज मैच की दिशा तय करता है, असल में किसी भी प्रारूप में।’’
'मौसम भारत की तरह होगा'
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक परिस्थितियों का सवाल है, यह भारत के समान ही होंगी। सत्र की शुरुआत में अतिरिक्त उछाल हो सकता है विशेष रूप से दुबई में लेकिन मौसम भारत की तरह ही होगा।’’ बांग्लादेश में अशांति के कारण इस टूर्नामेंट को वहां से यूएई में स्थानांतरित कर दिया गया था। मुख्य चयनकर्ता नीतू ने कहा, ‘‘हमने वही किया है जो टीम के लिए सबसे अच्छा है। बेंच स्ट्रेंथ भी अच्छी दिख रही है। शैडो दौरे (भारत ए के दौरे) से भी मदद मिल रही है।’’ रिकॉर्ड के लिए भारत ए महिलाओं ने ऑस्ट्रेलिया में बहुत खराब प्रदर्शन किया।
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