
विराट कोहली की ये आदत टीम इंडिया के लिए बनी ट्रैविस हेड से बड़ा 'हेडक', कब लेंगे सबक?
2 months ago | 5 Views
टीम इंडिया के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे बड़ा हेडक यानी सिरदर्द ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रैविस हेड हैं, लेकिन उनसे भी ज्यादा मूड खराब टीम मैनेजमेंट का विराट कोहली ने किया हुआ है। ट्रैविस हेड लगातार रन बनाकर भारतीय टीम को परेशान कर रहे हैं, जबकि विराट कोहली एक ही पैटर्न पर लगातार आउट होकर भारत के लिए मुसीबत पैदा कर रहे हैं। वे हमेशा चौथे और पांचवें स्टंप्स की गेंदों को छेड़ते हैं और स्लिप या विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हो रहे हैं। इससे टीम इंडिया की परेशानी बढ़ी हुई है, क्योंकि जब-जब कोलाप्स हो रहा है, विराट कोहली उस कोलाप्स का हिस्सा बन रहे हैं। आज से करीब 4 साल पहले विराट कोहली मध्य क्रम में आकर टीम को संभालते थे, लेकिन अब वे ऐसा नहीं कर रहे।
विराट कोहली एक समय पर मध्य क्रम को संभालने के लिए जाने जाते थे, लेकिन बीते करीब चार साल से वे टीम इंडिया के लिए बड़ा सिरदर्द बनते जा रहे हैं। उन्होंने बीते चार साल में कुछ ही अच्छी पारियां खेली हैं और उनमें भी ज्यादातर मैचों में टीम को अच्छी शुरुआत मिली है। यहां तक कि पर्थ टेस्ट मैच की भी बात करें, जहां विराट कोहली ने शतक जड़ा तो वहां भी टीम को अच्छी शुरुआत मिली थी। वे पर्थ टेस्ट मैच की पहली पारी में चौथे-पांचवें स्टंप की लाइन की ऊपर आती गेंद को डिफेंड करने के चक्कर में आउट हुए थे, जबकि पिंक बॉल टेस्ट मैच में भी उन्होंने बाहर जाती गेंदों पर बल्ला चलाया और आउट हुए।
एडिलेड में खराब प्रदर्शन के बाद उनसे उम्मीद थी कि ब्रिसबेन के गाबा में वे टीम इंडिया को मुश्किलों से उबारेंगे, क्योंकि दो विकेट जल्दी गिर गए थे। हालांकि, वे जोश हेजलवुड की वही चौथे-पांचवें स्टंप वाली लाइन की गेंद पर ड्राइव लगाने के चक्कर में विकेट के पीछे आउट हो गए। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में पर्थ में विराट कोहली ने पहली पारी में 7 रन बनाए थे। इसके बाद एक नाबाद शतक उनका दूसरी पारी में आया। दूसरे मैच की पहली पारी में वे 7 रन बनाकर आउट हुए, जबकि दूसरी पारी में महज 11 रन बनाकर आउट हो गए। यहां अब तीसरे मैच की पहली पारी में वे 3 रन बनाकर आउट हुए हैं।
कभी लेफ्ट आर्म पेसर तो कभी स्पिनर ने किया परेशान
विराट कोहली अब चौथे-पांचवें स्टंप की लाइन वाली गेंद पर आउट हो रहे हैं, लेकिन कुछ समय पहले तक उनको लेफ्ट आर्म स्पिनर और लेफ्ट आर्म पेसर ने परेशान किया हुआ है। अब उन्हीं को खुद इस समस्या को सुलझाना होगा। उनको अगर लंबी पारियां खेलनी हैं तो चौथे-पांचवें स्टंप की लाइन की गेंद को समझकर छोड़ना होगा और गेंद भारतीय परिस्थितियों के हिसाब से नहीं, बल्कि विदेशी परिस्थितियों के हिसाब से थोड़ी आगे आए, तभी उस पर ड्राइव खेलने की कोशिश करनी होगी।
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# विराटकोहली # ट्रैविसहेड