शमी की जगह इसे ले जाओ ऑस्ट्रेलिया...क्या ब्रेट ली की सलाह मानेगी टीम इंडिया? करार दिया 'कंप्लीट पैकेज'

शमी की जगह इसे ले जाओ ऑस्ट्रेलिया...क्या ब्रेट ली की सलाह मानेगी टीम इंडिया? करार दिया 'कंप्लीट पैकेज'

1 month ago | 5 Views

ऑस्ट्रेलिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक रहे ब्रेट ली ने कहा है कि अगर मोहम्मद शमी चयन के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं तो मयंक यादव को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना चाहिए। ली को ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर इस भारतीय तेज गेंदबाज से काफी उम्मीदें हैं। भारत की नजरें लगातार तीसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने पर टिकी हैं और टीम पांच टेस्ट मैच की बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपने खिताब की रक्षा के लिए अगले महीने ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी। इस बीच अनुभवी तेज गेंदबाज शमी की फिटनेस को लेकर संशय बना हुआ है।

'कंप्लीट पैकेज है मयंक यादव'

ली ने ‘फॉक्स क्रिकेट’ से कहा, ‘‘मैं आपको बता सकता हूं कि बल्लेबाजों को 135-140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार की गेंदों का सामना करने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन जब आप 150 किमी प्रति घंटा से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं तो कोई इसका सामना नहीं करना चाहता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह एक कंप्लीट पैकेज की तरह नजर आता है। अगर मोहम्मद शमी फिट नहीं होते तो उसे कम से कम टीम में जगह तो मिलनी ही चाहिए। मुझे लगता है कि वह ऑस्ट्रेलिया के विकेटों पर काफी अच्छा प्रदर्शन करेग।’’ शमी ने पिछले साल नवंबर में विश्व कप के फाइनल के बाद से कोई मैच नहीं खेला है और भले ही उन्होंने हाल ही में नेट पर पूरी ताकत से गेंदबाजी की हो लेकिन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस तेज गेंदबाज को पूरी तैयारी और फिटनेस के बना ऑस्ट्रेलिया ले जाने के खिलाफ हैं।

'मयंक को लेकर हुई जल्दबाजी'

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ली को तूफानी गेंदबाजों का सामना करते हुए बल्लेबाजों की असहजता के बारे में कुछ बातें पता हैं। ली ने कहा, ‘‘मेरे लिए सबसे अच्छी बात यह है कि मुझे आईपीएल में काम करने और कई अच्छे युवा भारतीय क्रिकेटरों को देखने का मौका मिला। हाल ही में अपना पहला आईपीएल मैच खेलते हुए मयंक यादव ने 157 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से उनकी फ्रेंचाइजी ने उन्हें वापसी कराने में जल्दबाजी की और उसे फिर चोट लग गई।’’ ली ने स्वीकार किया कि भारत के पास विश्व स्तरीय गेंदबाजी आक्रमण है जो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को उनके घरे में परेशान कर सकता है। इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘अश्विन 600 विकेट लेने के करीब हैं, वह शानदार स्पिन गेंदबाजी करते हैं। वह नई गेंद से भी गेंदबाजी कर सकते हैं लेकिन मुझे लगता है कि अगर भारत को वहां जीतना है तो शमी (बशर्ते वह फिट हों) निश्चित रूप से अहम भूमिका निभा सकते हैं।’’

'इन तेज गेंदबाजों की जरूरत'

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि जसप्रीत बुमराह कितने अच्छे हैं। वह गेंद को दोनों ओर मूव करा सकते हैं। वह शानदार रिवर्स स्विंग भी करते हैं। मोहम्मद सिराज जानते हैं कि नई गेंद का इस्तेमाल कैसे करना है।’’ ली ने कहा, ‘‘पर्थ, एडिलेड जैसे विकेटों पर, मेरे लिए यह संयोजन है, इन तीन तेज गेंदबाजों के साथ स्पिनर के रूप में अश्विन। फिर उनके पास काम चलाऊ स्पिनरों के रूप में विकल्प हैं। लेकिन अगर भारत जीतना चाहता है तो आपको उन तीन तेज गेंदबाजों की जरूरत है।’’ ली ने भारतीय टीम को एक ऐसी ‘मजबूत टीम’ बताया है जो किसी के सामने झुकना नहीं चाहती। बेंगलुरू में पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की आठ विकेट की हार के बाद ली की यह प्रतिक्रिया आई है।

'भारतीय टीम झुकना नहीं चाहती'

ली ने कहा, ‘‘आज के दिन और पीढ़ी में भारत शक्तिशाली टीम है जो किसी के सामने झुकना नहीं चाहती। उन्हें पता है कि कैसे जीत दर्ज करनी है और उन्हें पता है कि वे ऑस्ट्रेलिया को कैसे हरा सकते हैं। उन्हें पता है कि वे न्यूजीलैंड को कैसे हरा सकते हैं। उन्हें पता है कि वे किसी भी दिन किसी भी टीम को हरा सकते हैं।’’ बेंगलुरु टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के प्रदर्शन पर ली ने कहा कि उन्हें लगता है कि वे शायद ‘बैजबॉल’ (बेहद आक्रामक होकर खेलने की रणनीति) से प्रभावित हो गए थे जिसके कारण कुछ खराब शॉट खेले। ली ने कहा, ‘‘भारत रक्षात्मक होकर नहीं खेलना चाहता। शायद बैजबॉल दुनिया भर के अन्य क्रिकेटरों को भी प्रभावित कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत जिस तरह खेला उस पर उन्हें गर्व नहीं होगा। उन्होंने कुछ बेहद ढीले शॉट खेले।’’

'जोखिम पर विचार करना होगा'

आसमान में छाए बादलों के बीच पहले बल्लेबाजी करने का भारत का फैसला टीम पर भारी पड़ा जो पहली पारी में सिर्फ 46 रन पर ढेर हो गई। यह घरेलू सरजमीं पर एक पारी में टीम का सबसे कम स्कोर है। ली ने कहा कि टीम को ‘जोखिम कारक पर विचार करने’ की आवश्यकता है और उन्होंने कहा कि भारतीयों को परिस्थितियों का बेहतर आकलन करना चाहिए था। उन्होंने कहा, ‘‘आपको जोखिम कारक पर भी विचार करना होगा। कई बार ऐसा होता है जब आपको सोचना पड़ता है, ‘ठीक है, शायद आज बड़े शॉट काम नहीं कर रहे हैं’। ली ने कहा, ‘‘बस थोड़ा सा संयम रखें। मुझे नहीं लगता कि उन्होंने परिस्थितियों का उतनी जल्दी आकलन किया जितना उन्हें करना चाहिए था।’’ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम पुणे (24-28 अक्टूबर) और मुंबई (एक से पांच नवंबर) में दो टेस्ट मैच और खेलेगी।

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