भारत के पूर्व चीफ सिलेक्टर का बयान- शुभमन गिल कप्तानी में पास, लेकिन बल्लेबाजी में...
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शुभमन गिल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली गई पांच मैचों की टी20 सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी की। पहला मैच उनकी कप्तानी में भले ही टीम हारी, लेकिन अगले चार मैचों में मेजबानों को भारतीय टीम ने बुरी तरह हराया। पूर्व मुख्य चयनकर्ता सबा करीम भी शुभमन गिल की कप्तानी से प्रभावित आए, लेकिन उन्होंने प्रतिभाशाली ओपनर में बल्लेबाज के रूप में निरंतरता की कमी के बारे में बात की। गिल पांच पारियों में 170 रन बनाकर सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, लेकिन वे गेंदबाजों पर अपना दबदबा बनाने में नाकाम रहे। वह एकमात्र भारतीय बल्लेबाज थे, जिन्हें सभी 5 मैचों में बल्लेबाजी करने का मौका मिला; लेकिन यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड़ जैसे खिलाड़ियों ने कम पारियों में उनसे अधिक प्रभावशाली पारियां खेलीं।
टैलेंटेड ओपनर को टी20 विश्व कप के लिए टीम में जगह नहीं मिल पाई थी। उनको रिजर्व के तौर पर रखा गया था, लेकिन बाद में चयनकर्ताओं ने उन्हें भारतीय क्रिकेट के भविष्य के रूप में देखा और उन्हें कप्तानी सौंपी। रोहित शर्मा रिटायरमेंट ले चुके हैं और आने वाले कप्तानों की लिस्ट में हार्दिक पांड्या, सूर्यकुमार यादव और जसप्रीत बुमराह है, लेकिन ये खिलाड़ी इस सीरीज के लिए अनुपस्थिति थे तो बोर्ड ने शुभमन गिल को टीम की कप्तानी सौंपी। इस पर सबा करीम ने कहा है कि वे दबाव की स्थितियों को संभालने में सक्षम दिखे, लेकिन बल्ले से उन्होंने निरंतरता नहीं दिखाई।
सोनी स्पोर्ट्स पर सबा करीम ने कहा, "कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर शुभमन गिल। मुझे शुभमन गिल की बल्लेबाजी में थोड़ी और निरंतरता की उम्मीद थी, लेकिन इसमें थोड़ी कमी दिखी। हालांकि, उन्होंने कप्तान के तौर पर शानदार प्रदर्शन किया। पहला मैच हारने के बाद किसी भी कप्तान पर दबाव बढ़ जाता है और वह भी एक युवा कप्तान पर। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने अपने खिलाड़ियों को शानदार तरीके से एकजुट किया। जायसवाल रन बना रहे हैं। उन्हें विश्व कप में मौका नहीं मिला। जब आप लंबे समय तक बल्लेबाजी नहीं करते हैं और मैच नहीं खेलते हैं, तो आते ही फॉर्म दिखाना आसान नहीं होता है। हालांकि, हमने यह देखा।"
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