कभी-कभी दिमाग को...हार्दिक पांड्या ने मुस्कान के पीछे छिपाया 'डबल गम' का दर्द, यहां तलाश रहे सुकून
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भारत के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने शनिवार को फिटनेस को छोड़कर अपनी जिंदगी को सुर्खियों में बनाए रखने वाले मुद्दों पर चुप्पी साधे रखी। पांड्या इस समय मैदान के अंदर और बाहर कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं लेकिन उनके चेहरे पर आप इन चुनौतियों की शिकन नहीं देख सकते जिन्हें वह अच्छी तरह छिपाए हैं। हाल में इन घटनाओं के कारण वह चर्चा का विषय बने रहे। पर उन्होंने अपने 'खेल परिधान ब्रांड' के लांच के मौके पर सभी भावनाओं को छिपाते हुए फिटनेस पर लंबी बातचीत की।
दो दिन पहले पांड्या और नताशा स्टेनकोविच ने आधिकारिक तौर पर शादी के चार साल बाद अलग होने की घोषणा की थी। इससे ठीक पहले वह श्रीलंका के आगामी दौरे के लिए भारतीय टी20 टीम के कप्तान बनने की दौड़ में सूर्यकुमार यादव से पिछड़ गए। हालांकि, शनिवार को उन्होंने बस फिटनेस के बारे में बात की। पांड्या ने कहा, ''जब हमारा शरीर नहीं थकता तो हमारा दिमाग थक जाता है। इसलिए जीवन में कई बार जब मैं अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने में सक्षम था तो ऐसा तभी हुआ जब मेरा दिमाग थक जाता लेकिन मैं अपने शरीर को आगे बढ़ने के लिए कहता रहता।''
पांड्या ने कहा, ''अगर आप और मैं 20-20 प्रयास करते हैं तो दोनों के बीच का अंतर नहीं रहता। लेकिन अगर मैं 25 प्रयास करता हूं और खुद को चुनौती देता हूं तो अगली बार मैं 25 प्रयास करूंगा। फिर मैं अगली बार 30 प्रयास करूंगा।'' पर विडंबना है कि फिटनेस को लेकर चिंताओं के कारण ही उनके कप्तान बनने की संभावना कम हो गई। वह फिटनेस के कारण ही खेल के तीनों प्रारूपों में नहीं खेल पाए और सीमित ओवरों के खेल में भी विशेषकर वनडे में ज्यादा गेंदबाजी नहीं कर पाए।
इस महीने के शुरू में पांड्या ने खुली बस में टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम के साथ जश्न मनाया। पर इसके कुछ हफ्तों में पांड्या ने कुछ महत्वपूर्ण चीजें गंवा दी। भारत के टी20 विश्व कप के उप-कप्तान पंड्या को रोहित शर्मा की जगह लेने वाले खिलाड़ी के तौर पर देखा जा रहा था। लेकिन कप्तानी की भूमिका से उनके हटाए जाने की खबर उनके तलाक की घोषणा के साथ ही आई। लेकिन पांड्या पर इन सबका कोई प्रभाव नहीं दिखा। अपने खेल परिधान ब्रांड को लॉन्च करने के लिए वह इनके बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखे जिसमें उन्होंने अपनी फिटनेस के बारे में जानकारी साझा की।
30 वर्षीय पांड्या ने कहा, ''कभी-कभी अपने दिमाग को बिना विचारों के रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है। जब मेरा ट्रेनर मुझे 10 पुश अप करने के लिए कहता है तो मैं हमेशा 15 पुश अप करता हूं।'' उन्होंने कहा, ''इससे ही मेरा स्टैमिना बढ़ा है और मुझे लगता है कि हर कोई जो फिटनेस यात्रा शुरू करना चाहता है उसे इस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।''
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