पृथ्वी शॉ को मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम से किया गया बाहर, किस बात के लिए मिली ये सजा? जानिए
2 months ago | 5 Views
पृथ्वी शॉ को अपने क्रिकेट करियर में लगातार असफलता मिल रही है। इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में डेब्यू कर चुके है और टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ चुके पृथ्वी शॉ करीब सवा तीन साल पहले कोई इंटरनेशनल मैच खेले थे। इसके बाद वे टीम में जरूर चुने गए, लेकिन मौका नहीं मिला। हालांकि, इसके बाद वे घरेलू क्रिकेट में एक्टिव थे, लेकिन कभी चोट तो कभी अन्य किसी वजह से क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। एक बार फिर से उन्होंने वापसी की तो अब मुंबई की टीम से उनको ड्रॉप कर दिया गया। फॉर्म तो उनकी समस्या जरूर है, लेकिन उनकी फिटनेस इस समय सबसे बड़ा मुद्दा है। इसी वजह से उनको रणजी टीम से ड्रॉप किया गया है।
मुंबई की टीम में पृथ्वी शॉ की जगह आने वाली रणजी ट्रॉफी मैच में अखिल हेरवाडकर को चुना गया है, जिनको 41 रणजी मैचों का अनुभव है। सोमवार 21 अक्टूबर को घोषित हुई टीम में एक और बदलाव तनुश कोटियान के रूप में देखने को मिला। उनको टीम से रिलीज किया गया है, क्योंकि वे ऑस्ट्रेलिया जाने वाली इंडिया ए टीम में चुने गए हैं। उनकी जगह 28 वर्षीय बाएं हाथ के स्पिनर कर्श कोठारी को लाया गया है। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन यानी एमसीए की मीडिया रिलीज में इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि पृथ्वी शॉ को ड्रॉप क्यों किया गया है, लेकिन रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि फिटनेस उनके साथ समस्या है। पृथ्वी शॉ ने एक इंस्टा स्टोरी में कहा है कि वे ब्रेक ले रहे हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और है।
24 वर्षीय ओपनर को वॉर्निंग मिली थी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। वे पहले भी अनुशासनात्मक मुद्दों में फंस चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि मुंबई चयन समिति, जिसमें संजय पाटिल (चेयरमैन), रवि ठाकर, जीतेन्द्र ठाकरे, किरण पवार और विक्रांत येलिगेटी शामिल हैं। इन्होंने महसूस किया कि पृथ्वी शॉ को कम से कम एक मैच के लिए बाहर रखा जाना चाहिए। यह अनुमान लगाना अभी जल्दबाजी होगी कि उन्हें अगले मैच के लिए वापस बुलाया जाएगा या नहीं, लेकिन चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन दोनों का मानना है कि यह सलामी बल्लेबाज के लिए एक सबक साबित हो सकता है, जो नेट और अभ्यास सत्रों में अनियमित रहे हैं।
क्रिकबज की रिपोर्ट की मानें तो मुंबई टीम के चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन से जुड़े लोगों का मानना है कि शॉ का वजन बहुत ज्यादा है। यह भी पाया गया है कि वह नेट अभ्यास सत्रों को गंभीरता से नहीं लेते हैं और अनियमित रूप से उनमें भाग लेते हैं। वहीं, टीम में शामिल अन्य भारतीय खिलाड़ी जैसे श्रेयस अय्यर, शार्दुल ठाकुर और यहां तक कि कप्तान अजिंक्य रहाणे भी अपने अभ्यास सत्रों में नियमित रहते हैं, लेकिन पृथ्वी शॉ लगातार अभ्यास सत्र छोड़ते आ रहे हैं। वह एक सत्र के बाद दो सत्र छोड़ देते हैं। एमसीए के एक सीनियर सूत्र के अनुसार, कप्तान और कोच सहित चयनकर्ता और टीम प्रबंधन, शॉ को टीम से बाहर रखने के अपने फैसले पर एकमत थे।
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