एडिलेड टेस्ट से सबक लेकर भारत कर सकता है ऑस्ट्रेलिया पर पलटवार, करने होंगे ये 4 बदलाव
14 days ago | 5 Views
इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया 5 मैच की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मुकाबला 14 दिसंबर से गाबा में खेला जाना है। एडिलेड टेस्ट में मिली हार से भारतीय टीम को बहुत बड़ा धक्का लगा है। टीम ने ना सिर्फ यह मैच गंवाकर ऑस्ट्रेलिया को वापसी का मौका दिया है, बल्कि अपनी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की राह भी और कठिन कर ली है। अब रोहित शर्मा एंड ब्रिगेड को हर एक कदम फूंक-फूंक कर रखना होगा। एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया पर कई दांव भारी पड़े, जिन्हें अगले टेस्ट में उन्हें सुधारने की जरूरत है। आइए जानते हैं, ऑस्ट्रेलिया पर पलटवार करने के लिए भारत को कौन से चार बदलाव करना जरूरी है।
रोहित शर्मा को करनी चाहिए ओपनिंग
रोहित शर्मा की गौरमौजूदगी में केएल राहुल ने भले ही पर्थ टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन किया हो, मगर टीम में वापसी के बाद हिटमैन को अपने नियमित स्थान पर ही खेलना चाहिए। एडिलेड टेस्ट में रोहित ने काफी समय बाद मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी की और वो बिल्कुल भी सहज नजर नहीं आए। वहीं केएल राहुल काफी समय से टीम में फ्लोटर का रोल अदा कर रहे हैं और उन्हें हालिया समय में मिडिल ऑर्डर में बैटिंग करने का अनुभव है। ऐसे में रोहित को गाबा टेस्ट में खुद को प्रमोट करना होगा।
अश्विन की जगह जडेजा या सुंदर
पर्थ टेस्ट में वॉशिंगटन सुंदर को भारतीय टीम ने मौका दिया था, वहीं एडिलेड टेस्ट में आर अश्विन को उनके पिंक बॉल में शानदार रिकॉर्ड के चलते जगह मिली। हालांकि यह दोनों ही खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ने में नाकामयाब रहे। ऐसे में टीम इंडिया तीसरे टेस्ट में रविंद्र जडेजा को भी ट्राई कर सकती है। जडेजा बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा फील्डिंग में भी अपना योगदान दे सकते हैं। जेडाज ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और मार्न लाबुशेन को भी काफी परेशान कर चुके हैं।
राणा की जगह आकाशदीप
एडिलेड टेस्ट में भारतीय पेस अटैक की कमजोर कड़ी हर्षित राणा रहे। पहली पारी में उन्होंने 16 ओवर गेंदबाजी की जिसमें 5.40 की इकॉनमी से बिना कोई विकेट लिए 86 रन खर्च डाले। वहीं बल्ले से भी राणा बुरी तरह फ्लॉप रहे। दोनों पारियों में वह खाता भी नहीं खेल पाए। ऐसे में भारत गाबा टेस्ट में आकाशदीप को मौका देकर अपने पेस अटैक को मजबूत कर सकता है। आकाशदीप ने हाल ही में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। वहीं प्रसिद्ध कृष्णा भी एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
बैटिंग अप्रोच में बदलाव, संयम का टेस्ट
गेंदबाजों के आगे भारतीय बल्लेबाज जितना डटे रहेंगे उतना ही ऑस्ट्रेलिया परेशान होगा, यह रणनीति पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया ने अपनाई थी। पर्थ टेस्ट में तो कई खिलाड़ियों ने ऐसा संयम दिखाया, मगर एडिलेड में ऐसा नहीं दिया। पहली पारी में कोई भी बल्लेबाज 70 गेंदों के आंकड़े तक नहीं पहुंचा, वहीं दूसरी पारी में तो कोई 50 गेंदें भी नहीं खेल पाया। गाबा में टीम इंडिया को अपनी बैटिंग अप्रोच बदलने की जरूरत है और अपने डिफेंस पर विश्वास जताते हुए कुछ खिलाड़ियों को लंबी बैटिंग करनी होगी।
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