IND vs NZ: रोहित शर्मा की कप्तानी में आकाश को यहां दिखा खोट, क्या अश्विन के साथ हुई नाइंसाफी?

IND vs NZ: रोहित शर्मा की कप्तानी में आकाश को यहां दिखा खोट, क्या अश्विन के साथ हुई नाइंसाफी?

1 month ago | 5 Views

टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया, सीरीज का पहला टेस्ट मैच किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं रहा। पहले दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ गया था, लेकिन इसके बाद से हर दिन रोहित के किसी ना किसी फैसले को लेकर सवाल खड़े हुए। टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला हो, या फिर विराट कोहली को नंबर-3 पर बैटिंग के लिए भेजने का फैसला और या फिर बॉलिंग चेंज करना… इन सब बातों को लेकर रोहित आलोचकों के निशाने पर रहे। रोहित की कप्तानी को लेकर कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने भी सवाल खड़े किए हैं, जिसमें संजय मांजरेकर के बाद अब आकाश चोपड़ा का नाम भी जुड़ गया है। आकाश चोपड़ा का मानना है कि आर अश्विन को पांचवें दिन गेंदबाजी नहीं देना रोहित के खराब फैसलों में से एक था।

बेंगलुरु टेस्ट में टीम इंडिया पहली पारी में महज 46 रनों पर ऑलआउट हो गई थी, लेकिन इसके बाद दूसरी पारी में भारतीय बैटर्स ने वापसी की। पहली पारी ना गेंदबाजों के लिए बढ़िया रही और ना बैटर्स के लिए। न्यूजीलैंड ने एक समय 233 रनों तक सात विकेट गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद टिम साउदी और रचिन रविंद्र ने मिलकर भारतीय स्पिनरों पर तेजी से रन बनाए। न्यूजीलैंड के आखिरी तीन विकेट निकालने में भारतीय गेंदबाजों को नानी याद आ गई थी और न्यूजीलैंड की टीम पहली पारी में 402 रनों पर ऑलआउट हुई। टीम इंडिया ने जवाब में 462 रन बनाए, इस तरह से कीवी टीम को टारगेट 107 रनों का मिला। अश्विन ने पहली पारी में 5.90 के इकॉनमी रेट से रन लुटाए थे। दूसरी पारी में अश्विन ने महज दो ही ओवर किए, जिसमें उन्होंने छह रन दिए थे। रोहित ने दूसरी पारी में अश्विन से ज्यादा भरोसा रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव पर दिखाया।

इसको लेकर आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि रन कम थे, लेकिन हमने रोहित से बिल्कुल बॉलिंग करवाई ही नहीं। मैं यह नहीं कह रहा कि अश्विन हमें मैच जिता सकते थे, लेकिन हमने उनसे गेंदबाजी करवाई ही नहीं, मुझे समझ ही नहीं आ रहा कि ऐसा हुआ कैसे। अश्विन ने क्यों गेंदबाजी नहीं की? मेरे पास इसका जवाब नहीं है, क्योंकि अगर आप उनके स्टैट्स देखेंगे, तो उन्हें गेंदबाजी नहीं देने का कोई कारण नजर ही नहीं आता है। वो आपकी टीम के बेस्ट बॉलर हैं, टेस्ट मैचों में अभी किसी और ने उनसे ज्यादा विकेट भारत के लिए नहीं लिए हैं। लेफ्ट हैंडर्स खेल रहे थे, और आपने उन्हें गेंदबाजी दी ही नहीं।’

अश्विन को तब दूसरी पारी में गेंद मिली थी, जब न्यूजीलैंड को 15-20 रन ही बनाने थे। चोपड़ा ने कहा कि उस समय तक मैच में कुछ बचा ही नहीं था। यह सवाल उठाया जाना चाहिए कि रोहित भाई आपने ऐसा किया क्यों? मुझे लगता है कि यहां टीम इंडिया ने ट्रिक मिस कर दी। 

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