IND vs BAN: कानपुर में पिच का मिजाज होगा ऐसा, क्यूरेटर ने बताया कब से स्पिनरों को मिलेगी मदद
1 month ago | 13 Views
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 27 सितंबर से खेला जाना है। ग्रीन पार्क के क्यूरेटर ने बुधवार को कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरे टेस्ट के लिए पिच आदर्श होगी जो पहले दो सेशन में तेज गेंदबाजों और आखिरी तीन दिनों में स्पिनरों की मदद करेगी। क्यूरेटर ने कहा इस पिच पर पेसर्स, बैटर्स और स्पिनर्स सबके लिए कुछ ना कुछ होगा। भारत ने पहला टेस्ट मैच 280 रनों से जीता था और सीरीज में 1-0 से आगे है।
क्यूरेटर शिव कुमार ने कहा, ‘इसमें चेन्नई में हुए मैच जैसा अहसास होगा। इसमें सभी के लिए कुछ न कुछ होगा। पहले दो सेशन में उछाल मिलेगा और पहले दो दिनों में बल्लेबाजी के लिए यह काफी अच्छा रहेगा। फिर आखिरी तीन दिनों में स्पिनरों की भूमिका अहम होगी।’ चेन्नई टेस्ट मैच की बात करें तो पहले दो दिन तेज गेंदबाजों को काफी ज्यादा मदद मिली थी और इंडियन बैटर्स को भी बांग्लादेश पेसर्स के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा था। ग्रीन पार्क की पिच के लिए काली मिट्टी हमेशा की तरह उन्नाव के पास गांव से मंगाई गई है जो कानपुर से 23 किमी दूर है।
काली मिट्टी से बनी पिचें पारंपरिक रूप से स्पिनरों की मदद करती हैं जबकि लाल मिट्टी तेज गेंदबाजों की मदद करती है। पिच के धीमे रहने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम इस मिट्टी का जांच आईआईटी से करवाते हैं। यह एक खास मिट्टी है जो काली मिट्टी गांव के एक तालाब के पास पाई जाती है। हम सालों से गांव से काली मिट्टी लाते रहे हैं।’
यूपीसीए ने पर्यावरण को साफ रखने के लिए दूसरे टेस्ट के दौरान प्लास्टिक के उपयोग को काफी कम करने का फैसला किया है। यूपीसीए ने स्टेडियम के अंदर ‘स्नैक्स’ परोसने के लिए प्लास्टिक की प्लेटों पर बैन लगा दिया है और केवल कागज की प्लेटों की अनुमति दी जाएगी। स्टेडियम के निदेशक संजय कपूर ने कहा, ‘यह ग्रीन पार्क में होने वाला मैच है और हम इसे ‘ग्रीन’ (हरित) मैच बनाने का कोशिश कर रहे हैं। हमने जितना संभव हो सके उतना कम प्लास्टिक का उपयोग करने का फैसला किया है।’
ये भी पढ़ें: रोहित शर्मा को गेंदबाजी करने में क्या होती है परेशानी? जोश हेजलवुड ने गिनाई खूबियां
HOW DID YOU LIKE THIS ARTICLE? CHOOSE YOUR EMOTICON !
#