पिता की गलती ने बनाया सैम कोंस्टास को इतना खतरनाक, भाई ने सुनाया बचपन का किस्सा
14 hours ago | 5 Views
ऑस्ट्रेलिया के 19 साल के सैम कोंस्टास ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ही ऐसा धमाल मचा डाला, जिसकी चर्चा चारों तरफ हो रही है। कोंस्टास ने भारत के खिलाफ 65 गेंदों पर 60 रनों की पारी खेली और इस दौरान छह चौके और दो छक्के भी लगाए। इतना ही नहीं कोंस्टास ने बैटिंग के दौरान जसप्रीत बुमराह के एक ओवर में 18 रन भी बटोरे थे। मौजूदा समय में बुमराह को दुनिया के बेस्ट तेज गेंदबाज माना जाता है, लेकिन कोंस्टास ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में बुमराह का सामना बिल्कुल निडर होकर किया। सैम कोंस्टास के भाई ने बताया कि किस तरह से उनके पिता की एक भूल ने कोंस्टास को पेसर्स के खिलाफ इतना खतरनाक खिलाड़ी बना डाला।
कोंस्टास ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया जिसकी चर्चा लंबे समय तक होती रहेगी। पहले ही मैच में उन्होंने निडर होकर भारतीय तेज गेंदबाजों का सामना किया, पचासा ठोका, मैदान पर विराट कोहली को जवाब देने से भी नहीं डरे। कोंस्टास के भाई बिली पेशे से फिजियोथेरेपिस्ट हैं। उन्होंने खुलासा किया कि कैसे उनके पिता की गलती ने उनके छोटे भाई को कम उम्र से ही तेज गेंदबाजी से निपटने में मदद की।
बिली ने ‘फॉक्स क्रिकेट’ को बताया, ‘हम बच्चे थे और पहली बार जब पिताजी हमें ‘बॉलिंग मशीन’ के पास ले गए तो उन्होंने इसे 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार पर रख दिया क्योंकि उन्हें लगा कि यह 90 किलोमीटर है।’ 90 मील प्रति घंटे का मतलब है कि करीब 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार।
उन्होंने कहा, ‘पिताजी ने मशीन शुरू की और उसने गेंद पर सीधे शॉट मार दिया। मुझे लगता है कि पांच या छह साल की उम्र से यह हमेशा उसका सपना रहा है। यह पूरे परिवार के लिए एक सपने के सच होने जैसा है और मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं।’ बिली ने कहा, ‘मैं पेशे से एक फिजियोथेरेपिस्ट हूं। मैंने उससे पूछा कि कल तुम कितने रन बनाओगे? तो उसने मुझसे कहा ‘चिंता मत करो, मैं कुछ रन बनाऊंगा’। वह बहुत शांत लग रहा था।’ कोंस्टास जहां मैदान पर सहज लग रहे थे, वहीं उनका परिवार बहुत नर्वस था।
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# सैम कोनस्टास # ऑस्ट्रेलिया