बुमराह को गन्ने की तरह निचोड़ दिया...टीम इंडिया की ये 'गंदी आदत' कैसे छूटेगी? हरभजन सिंह हुए आगबबूला
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भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पांच टेस्ट की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) में 3-1 से हार का मुंह देखना पड़ा। विराट कोहली और रोहित शर्मा समेत भारत के कई धाकड़ बल्लेबाज उम्मीदों के मुताबिक छाप नहीं छोड़ सके। कंगारुओं की नाक में सबसे ज्यादा दम सिर्फ तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने किया। बीजीटी समाप्त होने के बाद भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने टीम इंडिया की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने आगबबूला होते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया में बुमराह को गन्ने की तरह निचोड़ दिया गया। भज्जी ने साथ ही भारत में टर्निंग पिचों पर खेलने की आदत को भी हार का जिम्मेदार ठहराया। बता दें कि हरभजन पहले भी कई मर्तबा भारत में टर्निंग पिचों पर सवाल उठा चुके हैं।
हरभजन ने इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के बाद अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ''मन उदास है। इस भारतीय टीम से बहुत उम्मीद थी। टीम में बड़े-बड़े नाम हैं लेकिन दर्शन बहुत छोटे निकले। उससे पहले लग रहा था कि भारत हावी रहेगा। ऑस्ट्र्रेलिया से पहले भारत ने अपने घर पर न्यूजीलैंड के हाथों सीरीज गंवाई। हमने घर पर गंदी पिचें बनाईं, जो पिछले कई सालों से बन रही हैं। कई लोगों को चिढ़ भी होती है, जब में भारत की पिचों की बात करता हूं। गंदी पिचों पर खेलकर जीतने की जब आदत पड़ जाती है तो फिर अच्छे विकेट पर समझ नहीं आता कि क्या करना है। भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्र्रेलिया में बुरी तरह फ्लॉप रहे।''
पूर्व स्पिनर ने कहा, ''पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ एक बंदा जसप्रीत बुमराह ही छाया रहा। उन्होंने पूरी जान लगा दी। उन्हें गन्ने की तरह निचोड़कर रस निकल लिया। ट्रैविस हेड आए तो बुमराह को बॉल, मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ आए तो बुमराह को बॉल। अरे यार बुमराह कितने ओवर डालेगा? बुमराह का ऐसा हाल कर दिया कि जब सीरीज के आखिर में पहुंचे तो वह गेंदबाजी के लिए उपलब्ध ही नहीं थे।''
भज्जी ने आगे कहा, ''एक बॉलर बुमराह के ऊपर ऑस्ट्रेलिया दौरा इतना लंबा खींच लिया। अगर बुमराह इस दौरे पर नहीं होते तो भारत 5-0 से भी हार सकता था। बुमराह ने पहले मैच में बचाया। एडिलेड के बाद लगातार मुकाबलों में बुमराह ने भारतीय टीम को बचाया। अगर वह नहीं होते तो सीरीज 5-0 से या 4-0 से भी हार सकते थे।'' बुमराह ने बीजीटी सीरीज में कुल 32 विकेट चटकाए, जो सर्वाधिक हैं। उन्होंने पीठ में ऐंठन के कारण पांचवें टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं की। ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल के बाद भारत से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती है।
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