तीन साल में शूट हुआ था 'शोले' का यह सीन, महीनों तक इंतजार के बाद आया वो खास पल
2 months ago | 15 Views
रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी फिल्म 'शोले' को बॉलीवुड की सबसे क्लासिक फिल्मों में गिना जाता है। साल 1975 में रिलीज हुई इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र ने लीड रोल प्ले किया था। फिल्म की कहानी दो ऐसे दोस्तों की कहानी थी, जिन्हें ठाकुर नाम का एक अफसर अपने गांव पर आए दिन हमला करने वाले डकैत (गब्बर) ने निताज पाने के लिए हायर करता है। फिल्म का हर सीन अपने आप में बहुत खास है और कुछ सीन तो ऐसे हैं जिन्हें शूट करने में मेकर्स को काफी वक्त लगा था। तो चलिए आज जानते हैं इस फिल्म से जुड़ा एक ऐसा ही मजेदार किस्सा।
बिग बी ने सुनाया शोले की शूटिंग का किस्सा
फिल्म 'शोले' का एक सीन आपको याद होगा जिसमें जया बच्चन पहली मंजिल पर जाकर लैंप जलाती हैं और वहीं सामने एक घर के ग्राउंड फ्लोर पर बच्चन साब बैठे हुए हैं। कम लोग जानते हैं कि इस एक सीन को शूट करने में रमेश सिप्पी को तीन साल का वक्त लग गया था। ऐसा इसलिए था क्योंकि इस सीन के लिए उन्हें एक खास तरह की लाइट की जरूरत थी। अमिताभ बच्चन ने एक इवेंट में बोलते हुए खुद यह किस्सा सभी को बताया था।
एक सीन में लग गया तीन साल का वक्त
अमिताभ बच्चन ने बताया, “मुझे हैरानी होगी कि आपको फिल्म 'शोले' का एक सीन याद हो जिसमें जया बच्चन एक घर के कॉरिडोर में पहली मंजिल पर लैंप जलाती हैं। इस सीन को शूट करने के लिए एक खास तरह की रोशनी की जरूरत थी। हमारे डीओपी (डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी) दिल से चाहते थे कि वो सीन तभी शूट किया जाए जब सूरज ढल रहा हो। आपको शायद इस बात पर यकीन ना हो, लेकिन रमेश जी को वो सीन फिल्माने में लगभग 3 साल का वक्त लग गया।”
कितना रहा था शोले का टोटल कलेक्शन?
"हर बार जब हम उस सीन के लिए अभिनय करने जाते थे तो लाइटिंग को लेकर कुछ ना कुछ गड़बड़ हो जाती थी। तो रमेश जी ने हमसे कहा कि जब तक हमें सही लाइट नहीं मिल जाती हम यह सीन शूट नहीं करेंगे। हमने उस तरह की रोशनी का इंतजार करीब 3 साल तक किया। जिसके बाद हमें वो शॉट मिला।" बता दें कि सिर्फ 3 करोड़ रुपये की लागत में बनी फिल्म 'शोले' ने बॉक्स ऑफिस पर तकरीबन 35 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था।
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