‘आपके घर की श्रीलक्ष्‍मी को कोई और…’, सोनाक्षी-जहीर की शादी पर ये क्‍या कह गए कुमार विश्‍वास

‘आपके घर की श्रीलक्ष्‍मी को कोई और…’, सोनाक्षी-जहीर की शादी पर ये क्‍या कह गए कुमार विश्‍वास

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Kumar Vishwas News: अपनी कविताओं और राम कथा से दुनिया भर में प्रसिद्ध कवि डॉ.कुमार विश्‍वास हमेशा चर्चा में रहते हैं। अब उनके द्वारा बिना किसी का नाम लिए इशारों-इशारों में दिया गया एक बयान चर्चा में है। सोशल मीडिया पर वायरल इस बयान को सोनाक्षी सिन्‍हा और जहीर इकबाल की शादी से जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि डा.विश्‍वास ने मेरठ महोत्‍सव में यह बयान दिया। वायरल वीडियो में डॉ. कुमार विश्‍वास यह कहते सुने जा रहे हैं- 'अपने बच्‍चों को सीता जी की बहनों, भगवान राम के भाइयों के नाम याद कराइए। एक संकेत दे रहा हूं जो समझ जाएं उनकी तालियां उठें।' वह आगे कहते हैं, 'अपने बच्‍चों को रामायण सुनवाइए, गीता पढ़वाइए, वरना ऐसा न हो कि आपके घर का नाम तो रामायण हो लेकिन आपके घर की श्री लक्ष्‍मी को कोई और उठा कर ले जाए।'

मेरठ महोत्‍सव में आयोजित कवि सम्मेलन में कवि डॉ. कुमार विश्वास के साथ कवयित्री कविता तिवारी, कवि सुदीप भोला, हेमंत पांडे, विनीत चौहान शामिल हुए। कवि सम्मेलन में काव्य की सरिता बही। खासकर हास्य रस में गोते लगाकर लोग लोट-पोट हो गए। कवियों-कवयित्री ने देर रात तक समां बांधे रखा। हास्य रस से भरी कविताओं के बीच लोग ठहाका लगाते रहे।

कुमार का जादू श्रोताओं के सिर चढ़कर बोला

संचालन कर रहे प्रख्यात साहित्यकार एवं कवि डॉ. कुमार विश्वास की प्रेमभरी कविताओं का श्रोताओं पर खूब जादू चला। खासतौर पर युवाओं के सिर चढ़कर बोला। जैसे ही कुमार विश्वास ने कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है... कविता गुनगुनाई तो युवा मचल उठे। डॉ. कुमार विश्वास की रोमांटिक कविता जो धरती से अम्बर जोड़े, उसका नाम मोहब्बत है पर युवा दीवाने हो गए।

इंस्टाग्राम चलाती है, दिनभर रील बनाती है

सम्‍मेलन में कवि सुदीप भोला ने अपनी कविताओं से जनसमूह का खूब मनोरंजन किया। सुदीप भोला ने सुनाया पापा ने हैप्पी बर्थडे पर मोबाइल दिलवाया था, ऑनलाइन हो गई पढ़ाई ,किश्तों पर मंगवाया था, पढ़ो बेटियों बढ़ो बेटियों उनने मन में ठाना था, दुनिया कर लेगी मुट्ठी में दुनिया को दिखलाना था, उसी मोबाइल से वो लड़की इंस्टाग्राम चलाती है, पढ़ती नहीं पढ़ाती है दिनभर रील बनाती है कविता पर खूब दाद मिली। सासंद अरुण गोविल, पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल, विधायक अमित अग्रवाल, डीएम दीपक मीणा, सीडीओ नुपूर गोयल रहीं। प्रख्यात साहित्यकार एवं कवि डॉ कुमार विश्वास ने अपनी कविताओं और चुटकुलों के जरिए लोगों को खूब हंसाया। उन्होंने अपनी कविता किसी के दिल की मायूसी जहां से होके गुजरी है उसकी और मेरी रात में बस फर्क इतना है तुम्हारी सो के गुजारी है हमारी रो के गुजरी है...पर तालियां बटोरी।

मैं भारतवर्ष की बेटी हूं...

कवयित्री कविता तिवारी ने अपनी कविता मैं भारतवर्ष की बेटी हूं, मुझे मालूम है मरने से पहले मर नहीं सकती के जरिए अमिट छाप छोड़ी। भुज फिल्म में कविता तिवारी की कविता को शामिल किया गया था, उसे भी कवि सम्मेलन में सुनाया गया। शुरुआत में उन्होंने मां सरस्वती की वंदना की।

... शहीदों की बदौलत मेरा हिंदुस्तान जिंदा है

प्रख्यात कवयित्री कविता तिवारी ने अपनी कविताओं के जरिए श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी कविता अगर माटी के पुतले देह में ईमान ज़दिंा है, तभी इस देश की समृद्धि का अरमान ज़दिंा है, न भाषण से हैं उम्मीदें, न वादों पर भरोसा है, शहीदों की बदौलत मेरा हिंदुस्तान ज़दिंा है सुनकर जनसमूह तालियों का गड़गड़ाहट के साथ झूम उठा।

...उन लोगों की आस्तीन में सांपों जैसी हालत है

कवि विनीत चौहान ने बांग्लादेश के हालात पर कविता पढ़ी। जिनकी आजादी भारत की सेना की कुर्बानी है, उन अहसास फरामोशों की कितनी क्रूर कहानी है, अचरज है जिनकी रोटी पर हम लोगों के नाम मिले, उनकी पीढ़ी में ही सबसे ज्यादा नमक हराम मिले, जिनके पुरखे आज तलक भी भारत में शरणागत हैं, उन लोगों की आस्तीन में सांपों जैसी हालत है…। श्रोताओं ने इन पंक्तियों पर जमकर तालियां बजाईं और उत्साहवर्धन किया।

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# सोनाक्षी सिन्हा     # मुकेश खन्ना    

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