![मीरा राजपूत ने बताया सिर्फ 4 महीने की प्रेग्नेंसी में खुल गया था गर्भाशय का मुंह, कभी भी खो सकती थीं अपना बच्चा](https://images1.livehindustan.com/smart/img/2024/06/25/640x360/MixCollage-23-Feb-2024-08-11-AM-5671_1708656108818_1719279933475.jpg)
मीरा राजपूत ने बताया सिर्फ 4 महीने की प्रेग्नेंसी में खुल गया था गर्भाशय का मुंह, कभी भी खो सकती थीं अपना बच्चा
6 days ago | 11 Views
शाहिद कपूर की पत्नी मीरा राजपूत सोशल मीडिया पर पॉपुलर हैं। उन्होंने खुद अपनी पहचान बनाई और अब बिज़नस वुमन हैं। उन्होंने हाल में अपना स्किनकेयर ब्रांड Akind शुरू किया है। मीरा अपने ब्रांड को प्रोमोट करने के लिए प्रखर गुप्ता के पोस्टकास्ट पर पहुंची थीं जहां उन्होंने अपनी प्रेग्नेंसी को लेकर ऐसा खुलासा किया जिससे जानने के बाद सभी हैरान हैं। मीरा ने बताया कैसे पहली प्रेग्नेंसी के दौरान उन्हें डॉक्टर ने बोल दिया था कि वो कभी भी अपना बच्चा खो सकती हैं। शाहिद और मीरा के लिए वो सबसे बुरा समय था।
ढाई महीने रहीं हॉस्पिटल में एडमिट
मीरा ने बताया कि उनकी पहली प्रेग्नेंसी के दौरान वो अपने पहले बच्चे को लगभग खो चुकी थीं। उन्हें लगता था कि वो 20 या 21 साल की उम्र में माँ बन रही है जो सबसे सही उम्र मानी जाती है। वो फिट थीं सब सही था। लेकिन जब सोनोग्राफी के बाद वो बाहर आई तो डॉक्टर ने उन्हें तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट होने की सलाह दे दी। मीरा ने बताया कि वो सिर्फ चार महीने प्रेग्नेंट थीं और इतने कम समय में ही उनके गर्भाशय का मुंह खुल चुका था। आमतौर पर ऐसी स्थिति नौवे महीने में होती जब महिला बच्चा डिलीवर करती हैं। लेकिन मीरा के साथ स्थिति इतनी बिगड़ गई थीं कि उन्हें तीन महीने बेडरेस्ट पर भेज दिया गया।
शाहिद कपूर ने घर को बनाया हॉस्पिटल
मीरा तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट हुईं और उन्हें ढाई महीने उसी बेड पर बिताने पड़े जहां वो बेबी डिलीवर करने वाली थीं। ऐसे में ये सब उनके दिमाग पर बुरा असर डाल रहा था। ढाई महीने हॉस्पिटल में रहने के बाद शाहिद कपूर ने डॉक्टर से बातचीत की, घर के कमरे को हॉस्पिटल के रूप में बदला और पत्नी को घर ले आए। इस दौरान परिवार के सदस्य जब उनसे मिलने आए तो वो इमोशनल हो गई और उन्हें कॉन्ट्रैक्शन शुरू हो गए।
बेटी मीशा के जन्म को बताया चमत्कार
घर आने के बाद मीरा की हालत बिगड़ रही थी उन्हें दोबारा हॉस्पिटल में एडमिट होने को कहा गया। लेकिन इस बार शाहिद ने मन बनाया और हिम्मत से पत्नी को घर ही रखा। खूब सावधानी बरती गई। मीरा ने भी अपने बच्चे के लिए खुद को मजबूत बनाया। बच्चे के लिए वो खुद को संभालती रहीं। इतनी दिक्कतों के बाद जब बेटी मीशा का जन्म हुआ तो डॉक्टर ने उन्हें बोला कि ये चमत्कार है। उन्हें अपने भगवान का शुक्रियादा करना चाहिए।
#