
मीना कुमारी को पीटते थे पति कमाल अमरोही के सेक्रेटरी, महमूद के घर रहने लगी थीं एक्ट्रेस
26 days ago | 5 Views
हिंदी फिल्मों की ट्रेजेडी क्वीन मीना कुमारी सिर्फ अपनी अदाकारी के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी निजी जिंदगी के उतार-चढ़ाव के लिए भी जानी जाती थीं। उनकी आंखों में बसा दर्द और एक्टिंग की गहराई ऑडियंस को हैरान कर देती थी, लेकिन उनकी असल जिंदगी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी। मीना कुमारी प्यार और अपनेपन के लिए तरसती रही। अंत में उन्होंने शराब को अपना सराहा बनाया और आखिरी दम तक साथ न छोड़ा। नरगिस दत्त ने अपने एक लेटर में मीना कुमारी की दर्द भरी जिंदगी पर खुलासे किए थे।
शादी और अपमान
मीना कुमारी ने मशहूर फिल्ममेकर कमाल अमरोही से शादी की थी। लेकिन यह रिश्ता जितना खूबसूरत दिखता था, उतना ही दर्दभरा भी था। कहा जाता है कि कमाल अमरोही के सेक्रेटरी बकर उनके साथ बुरा व्यवहार करते थे, यहां तक कि उन पर हाथ भी उठाते थे। जब मीना ने इस बारे में अपने पति को बताया, तो उन्हें उम्मीद थी कि वे उनका पक्ष लेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मीना के धैर्य की परीक्षा तब पूरी हो गई जब उन्हें एहसास हुआ कि इस रिश्ते में अब उनके लिए कोई इज्जत नहीं बची।
नरगिस दत्त का लेटर
मीना कुमारी की करीबी दोस्त और गुजरे जमाने की मशहूर एक्ट्रेस नरगिस दत्त ने अपने एक लेटर में इस दर्दनाक सच्चाई का जिक्र किया था। नरगिस ने बताया कि एक बार जब वे मद्रास में शूटिंग कर रही थीं, तब उन्होंने मीना को होटल के बगीचे में घबराए हुए देखा। पहले मीना ने कहा कि यह सिर्फ तंबाकू का असर है, लेकिन जब नरगिस ने अपने कमरे से कुछ आवाजें सुनीं, तो उन्हें मीना की तकलीफ का अहसास हुआ। बाद में जब उन्होंने बकर से सवाल किया, तो उनका जवाब हैरान करने वाला था, “जब सही समय आएगा, हम उसे आराम देंगे।”
मीना ने छोड़ा घर
मीना कुमारी ने आखिरकार खुद को इस अपमानजनक रिश्ते से अलग करने का फैसला कर लिया। वे कमाल अमरोही का घर छोड़कर एक्टर महमूद के घर रहने लगीं। जब नरगिस उनसे हॉस्पिटल मिलने गईं, तो उन्होंने मीना से पूछा, “अब तुम आजाद हो, लेकिन ऐसी आज़ादी का क्या फायदा, अगर तुम खुद को ही खत्म करने पर उतारू हो?” इस पर मीना का जवाब था, “बाजी मेरे धैर्य की भी एक सीमा थी। जब कमाल साहब के सेक्रेटरी ने मुझ पर हाथ उठाया, तो मुझे लगा था कि कमाल साहब गुस्से में आकर कुछ बड़ा कदम उठाएंगे, लेकिन उन्होंने बस इतना कहा, ‘घर लौट आओ, मैं सब ठीक कर दूंगा।’ लेकिन अब मैं खुद ही फैसला कर चुकी थी कि मैं कभी वापस नहीं जाऊंगी।”
धर्मेंद्र से अधूरा प्यार
मीना कुमारी की जिंदगी में प्यार की हल्की खुशी तब मिली जब उनकी नजदीकियां धर्मेंद्र से बढ़ने लगीं। धर्मेंद्र की शुरुआती फिल्मों में उन्होंने उनकी मेंटॉर की भूमिका निभाई थी। दोनों के बीच गहरी दोस्ती और भावनात्मक जुड़ाव था। लेकिन यह रिश्ता भी कभी मुकम्मल नहीं हो सका।
दर्द से भरी दास्तां
मीना कुमारी की जिंदगी सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि असल में भी संघर्षों से भरी रही। उनकी आंखो में जो दर्द झलकता था, वह किसी सधे हुए कलाकार की एक्टिंग नहीं, बल्कि उनकी असल जिंदगी की कहानियों की झलक थी। वे न सिर्फ एक बेहतरीन अदाकारा थीं, बल्कि एक जुझारू महिला भी थीं, जिन्होंने अपने आत्मसम्मान के लिए सबसे बड़ा त्याग किया। उनका जीवन भले ही दुखों से भरा रहा, लेकिन उनकी विरासत अमर रहेगी।
ये भी पढ़ें: टूटा हुआ है वो इंसान, कॉमेडियन समय रैना के दोस्त का दावा, कहा- वो डिप्रेशन में है