जीना नहीं चाहता था, स्ट्रगल के दिनों को यादकर भावुक हुए अध्ययन सुमन, बोले-खुद को आईने में देखता था और कहता…

जीना नहीं चाहता था, स्ट्रगल के दिनों को यादकर भावुक हुए अध्ययन सुमन, बोले-खुद को आईने में देखता था और कहता…

4 months ago | 28 Views

शेखर सुमन के बेटे अध्ययन सुमन जल्द ही संजय लीला भंसाली की ‘हीरामंडी’ में नजर आने वाले हैं। ‘हीरामंडी’ के प्रमोशन के दौरान अध्ययन भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संजय लीला भंसाली की "हीरामंडी" के साथ ही उनके स्ट्रगल के दिन खत्म हो जाएंगे। इतना ही नहीं, अध्ययन ने इंटरव्यू के दौरान अपने जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव पर भी बात की। अध्ययन ने कहा कि उनकी जिंदगी में ऐसे भी दिन आए जब वह जीना नहीं चाहते थे।

बहुत कठिन थे ये 15 साल- अध्ययन 

अध्ययन ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, “साल 2009 से लेकर 2024 तक, ये 15 साल बहुत कठिन थे। इन 15 सालों में ऐसे भी दिन आए जब मैं टूट गया था, ऐसे भी दिन आए जब मैं हार मान लेना चाहता था और प्रोफेशन बदलना चाहता था, ऐसे भी दिन आए जब मैं शायद जीना ही नहीं चाहता था। मुझे नहीं पता बस घर से भाग जाना चाहता था।”

सवालों के जवाब ढूंढ रहा था- अध्ययन

अध्ययन ने आगे कहा, “दरअसल मैं कुछ सवालों के जवाब ढूंढ रहा था, लेकिन मुझे उनके जवाब मिल नहीं रहे थे, जैसे कि मैं ही क्यों और ऐसा मेरे साथ ही क्यों हो रहा है? मुझे नहीं लगता कि कोई भी इनके जवाब दे पाता। मेरे मां-बाप के प्यार और खुद की काबिलियत पर मेरे यकीन की वजह से मैं इससे बाहर निकल पाया। मैं हर दिन खुदको आईने में देखता था और कहता था, “आप जानते हैं, यह कठिन है, लेकिन आपको बस वही करना हैं जो आप करना चाहते हैं।” बता दें, संजय लीला भंसाली की ‘हीरामंडी’ 1 मई के दिन नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने वाली है।

ये भी पढ़ें: पुरुषों से ज्यादा शराब पी सकती हैं औरतें, पूजा भट्ट बोलीं- मर्दों की जागीर नहीं है…

trending

View More